

डेली करेंट अफेयर्स 2020
विषय: प्रीलिम्स और मेन्स के लिए
K-आकार की आर्थिक बहाली एवं इसके निहितार्थ
G.S. Paper-III
संदर्भ:
कोविड महामारी के बाद से, भारत और समूचे विश्व में K-आकार की आर्थिक बहाली की संभावनाओं में वृद्धि हो रही है।
’K-आकार की आर्थिक बहाली’ क्या होती है?
जब अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से भिन्न दरों पर बहाली करते है, तो इसे ’K-आकार की बहाली’ (K-shaped recovery) कहा जाता है।
- इसके तहत, पिरामिड के शीर्ष पर स्थित पारिवारों के काफी काफी हद तक सुरक्षित होने और लॉकडाउन के दौरान बचत दरों में वृद्धि होने की संभावना होती है, जिससे भविष्य में उपभोग हेतु इनके ‘ससाधनों’ में बढ़त होती है।
- जबकि, ’K-आकार की आर्थिक बहाली’ में, इस दौरान पिरामिड के निचले स्तर पर स्थित परिवारों को स्थाई रूप से नौकरी और आय के संकट की आशंका होती है।
’K-आकार की बहाली’ के वृहत् निहितार्थ:
- दो तिमाहियों तक, उच्च आय वाले परिवारों के लिए उच्च बचतों से लाभ प्राप्त हुआ है।
- निचले स्तर के परिवारों को नौकरियों और वेतन कटौती के रूप में आय-संबंधी स्थायी नुकसान हुए है; यदि श्रम बाजार में तेजी से सुधार नहीं होता है, तो इससे मांग पर आवर्ती प्रभाव पड़ेगा।
- कोविड के कारणप्रभावी आय का गरीब आबादी से समृद्ध आबादी की ओर हस्तांतरण होने की सीमा तक, ’K-आकार की बहाली’ मांग-बाधित रहेगी, क्योंकि गरीब आबादी में सीमांत उपभोग की उच्च प्रवृत्ति होती है। अर्थात, इनमें अपनी आय का उच्च अनुपात (बचत करने की बजाय) व्यय करने की प्रवृत्ति होती है।
- यदि कोविड-19 के कारण प्रतिस्पर्धा में कमी होती है अथवा आय और अवसरों की असमानता में वृद्धि होती है, तो इससे उत्पादकता-हानि और राजनीतिक आर्थिक-सीमाओं के कारण विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक-वृद्धि के रुझानों में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
आगे की राह:
आर्थिक नीतियों का निर्धारण करने से पहले अगली कुछ तिमाहियों से आगे का अवलोकन करने और इस आभासी उत्तेजना के पश्चात् बृहत अर्थव्यवस्था की स्थिति का अंदाजा लगाने की आवश्यकता है।
प्री के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
वैनेडियम
संदर्भ:
अरुणाचल प्रदेश में पापुम पारे जिले के डेपो और तमांग क्षेत्रों में पैलियो–प्रोटरोज़ोइक कार्बोसाइट फ़ाइलाइट चट्टानों में वैनेडियम की उच्च मात्रा पायी गयी है। यह भारत में वैनेडियम के प्राथमिक निक्षेप संबंधी पहली रिपोर्ट है।
प्रमुख बिंदु:
- वैनेडियम एक काफी महंगी धातु है जिसका उपयोग स्टील और टाइटेनियम को मजबूत करने में किया जाता है।
- वर्ष 2017 के दौरान समूचे विश्व में उत्पादित लगभग 84,000 टन वैनेडियम का उत्पादन किया गया, जिसमे कुल 4% का भारत में उपयोग किया गया।
- चीन, विश्व के 57% वैनेडियम का उत्पादन करता है। इसके द्वारा 44% धातु का उपभोग किया गया।
- वैनेडियम के सर्वाधिक निक्षेप चीन में हैं, उसके बाद रूस और दक्षिण अफ्रीका का स्थान है।