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डेली करेंट अफेयर्स 2020
विषय: प्रीलिम्स और मेन्स के लिए
हिंद महासागर रिम एसोसिएशन
G.S. Paper-II
चर्चा में क्यों?
हाल ही मेंफ्रांसकोहिंदमहासागररिमएसोसिएशन (IORA) कीसदस्यता प्रदान कर दी गयी है और फ्रांस इस एसोसिएशनका 23 वांसदस्य बन गया है।
उल्लेखनीय है कियूएईकीअध्यक्षतामेंइंडियनओसियनरिमएसोसिएशन (IORA) केसदस्यदेशोंकी 20वींमंत्रिपरिषदकीबैठक का आयोजन किया गया।
यूएई ने 19वें मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान नवंबर 2019 में IORA के अध्यक्ष का कार्यभार संभालते हुए 2019 – 2021 से अपनी अध्यक्षता में “हिंद महासागर में एक साझी नियति और समृद्धि की राह को प्रोत्साहन” की थीम को अपनाया था।
हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) की हालिया बैठक से संबन्धित जानकारी-
इस वर्ष इंडियन ओसियन रिम एसोसिएशन (IORA) के सदस्य देशों की 20वीं मंत्रिपरिषद बैठक की अध्यक्षता यूएई के द्वारा की जा रही है और इसके नेतृत्व में कोविड -19 के जवाब में अमीरात कम्युनिक (Emirates Communique) और IORA की एकजुटता और सहयोग का वक्तव्य जारी किया गया।
IORA की बैठक में लिया गया एक अन्य मुख्य निर्णय यह था किफ्रांसकीस्थायीसदस्यताकीप्रविष्टिकोमंजूरीप्रदानकीगयी और वह एसोसिएशन का 23 वांसदस्य बन गया।
समान्यतः IORA में सभी निर्णय सर्वसम्मति से लिए जाते हैं, इसलिए यदि कोई एक सदस्य देश भी आपत्ति करता तो यह प्रक्रिया रोकी जा सकती थी। यद्यपि ईरान पहले फ्रांस को शामिल करने के पक्ष में नहीं था लेकिन अंततः उसने भी अपना मन बदल लिया।
भारतनेमॉरीशसमें IORA सचिवालयमेंमहात्मागांधीपुस्तकालयकीस्थापनाकीघोषणा की है।
इस बैठक में रूस और सऊदी अरब को संवाद सहयोगी के मान्यता देने पर चर्चा हुई, लेकिन आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और ईरान के विरोध के चलते इन्हें शामिल नहीं किया गया।
रूस के लिए इंडो-पैसिफिक अवधारणा का काफी महत्व है, जिसके लिए वह हिन्द महासागर में अपनी पहुँच बनाना चाहता है। रूस ने पिछले महीने ही सूडान में नौसैनिक अड्डे की स्थापना की बात भी कही थी।
दूसरी तरफ सऊदी अरब कई वर्षों से IORA में एक संवाद भागीदार बनने की कोशिश कर रहा था, लेकिन ईरान रियाद के आवेदन को लगातार रोक रहा है।
हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) के बारे में-
हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) एक अंतर–सरकारीसंगठन है जिसे 7 मार्च 1997 कोस्थापित किया गया था।
IORA के दृष्टिकोण की शुरुआत 1995 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की भारत यात्रा के दौरान हुई थी।
हिन्द महासागर अंतराष्ट्रीय व्यापार और परिवहन के लिए जीवन रेखा के समान है। यहाँ से दुनिया के आधे से अधिक कंटेनर जहाज गुजरते है, यह मार्ग दुनिया के एक-तिहाई कार्गो का वहाँ करता है और यहाँ से दुनिया के तेल-लदान का दो-तिहाई गुजरता है।
IORA सदस्य देशों के साथ सहयोग और बातचीत के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र के भीतर निरंतर विकास और संतुलित विकास को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
फ्रांस सहित इसके सदस्य देशों की संख्या 23 हो गयी है। जिसमें शामिल हैं- ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कोमोरोस, भारत, इंडोनेशिया, ईरान, केन्या, मेडागास्कर, मलेशिया, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, ओमान, सेशेल्स, सिंगापुर, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, तंजानिया, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यमन और फ्रांस।
इसके अलावा चीन, मिश्र, जर्मनी, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और यूएसए IORA के वर्तमान संवाद भागीदार देश हैं।
हिंद महासागर रिम एसोसिएशन का मुख्यालयएबीनसाइबरसिटी, मॉरीशसमें स्थित है।
प्री के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
एशिया-प्रशांत प्रसारण संघ (ABU)
यह एक गैर-लाभकारी, गैर-सरकारी, गैर-राजनीतिक, प्रसारणसंगठनोंकाएकपेशेवरसंघ है, जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र में प्रसारण-विकास में सहायता करता है।
इसकी स्थापना 1964 में की गयी थी और इसका सचिवालयकुआलालंपुर, मलेशियामें है। इसके चार महाद्वीपों के 76 देशोंमें 272 सेअधिकसदस्य है और यह विश्वमेंसबसेबड़ाप्रसारणसंघ है।