

डेली करेंट अफेयर्स 2020
विषय: प्रीलिम्स और मेन्स के लिए
नेता प्रतिपक्ष
G.S. Paper-II
संदर्भ:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में ‘नेता प्रतिपक्ष’ / ‘विपक्ष के नेता’ (Leader of Opposition) चुने जाने की तैयारी हो चुकी है। वर्तमान ‘नेता प्रतिपक्ष’ ग़ुलाम नबी आज़ाद का कार्यकाल 15 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
‘नेता प्रतिपक्ष’ कौन होता है?
- ‘नेता प्रतिपक्ष’ (Leader of Opposition– LoP), सदन में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी का नेता होता है, जिसके सदस्यों की संख्या, सदन की कुल संख्या के दसवें हिस्से से कम नहीं होनी चाहिए।
- यह एक वैधानिक पदहै, तथा इसके लिए संसद अधिनियम, 1977 के अंतर्गत विपक्ष के नेताओं के वेतन और भत्ते संबंधी प्रावधान में परिभाषित किया गया है ।
‘नेता प्रतिपक्ष’ के पद का महत्व:
- ‘नेता प्रतिपक्ष’ (LoP) को ‘छाया प्रधान मंत्री’ (shadow Prime Minister) भी कहा जाता है।
- सरकार गिरने की स्थिति में ‘नेता प्रतिपक्ष’ से सत्ता संभालने हेतु तैयार रहने की अपेक्षा की जाती है।
- अगर वह सरकार गिरती है, तो वह उम्मीद कर सकती है कि वह सत्ता संभालने के लिए तैयार रहेगी।
- नीतिगत और विधायी कार्यों में विपक्ष के कामकाज में सामंजस्य और प्रभावशीलता लाने में ‘नेता प्रतिपक्ष’ महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- जवाबदेही और पारदर्शिता संबंधी, केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), केंद्रीय सूचना आयोग ( CIC), लोकपाल आदि संस्थानों में नियुक्तियों हेतु द्विदलीयता और तटस्थता लाने में ‘नेता प्रतिपक्ष’ की अहम भूमिका होती है।
प्री के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
थोलपावाक्कूथु
- इसे छाया कठपुतली, निज़लक्कूथु और ओलाक्कूथु भी कहा जाता है।
- यह केरल की एक पारंपरिक मंदिर-कला है, जिसका उद्गम पलक्कड़ और पड़ोसी क्षेत्रों में हुआ था।
- इस कला में पलक्कड़ के भद्रकाली मंदिरों में रामायण की कथाओं का प्रदर्शन किया जाता है।
- इसमें, एजुपारा, चेंडा और मद्दालम आदि उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।
- इस कला रूप में महारत हासिल करने के लिए कलाकारों को कई वर्षों के कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है।
- इस कठपुतली का मंचन मंदिर परिसर में कूथुमदम (Koothumadam) नामक एक विशेष मंच पर होता है।